वरदान!

वरदान!

Vardaan

उनसे मेरा सवेरा , उनसे ही मेरी सांज ,
उनसे ही है आज मेरी ये पहचान ,
जो अगर ना लगाऊ अपने नाम के साथ, मैं उनका नाम ,
कमाना होगा दोबारा जो मिलता आया मुझको मान ,
उनके बिना मेरा ना कोई अस्तित्व ,ना कोई शान ,
मात-पिता इस जनम मैं,
तुम ही हो मेरे भगवान् ,
तुम ही हो मेरे वरदान।

-शिखा जैन