एक छींक ऐसी.

एक छींक ऐसी.

Ek Chheenk Aisi

ख्वाइशों को पूरा करने मैं मसरूफ थे इतने,

महरूम रह गएँ थे छोटी खुशियों के पलों को जीने से,

एक छींक आयी ऐसी आज,

एक छींक आयी ऐसी आज,

मुलाक़ात हो गयी दोबारा उनसे!

-शिखा जैन