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तन मन की अनबन.
That phase in life when your life is a mess as your mind and body are not in sync.
देर आए दुरुस्त आए…..
Coz it's never too late to express!
Khoye Se Hum!
क्यों खोया खोया सा है ये मन,कुछ उफान बवंडर है अंदर,ये कहना तो
कुछ ऐसे मिज़ाज इसके..
दिल शायराना तो था,पर वाक़िफ न थे इससे हम,जब वो टूटा तो,कुछ यूँ
मन।
Never separate you from me!
अधूरा राबता!
बिता वक़्त याद आता है,कभी तुम तो कभी तुम्हारा ज़िक्र इस दिल को
अब के सावन…
Let this FEAR not fear you!
गुफ़्तगू।
गुफ़्तगू कुछ ऐसी हुई उससे,हम खोते ही चले गए।वो तो राही था इस
पतझड़।
सुन पतझड़, क्यों अपने इस हाल पे उदास है,तेरे झड़ने से ही तो
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