मेरा साथ, मेरे साथ!

मेरा साथ, मेरे साथ!

Mera Saath, Mere Saath!

कभी कभी कुछ वक़्त खुद के साथ भी बिता लिया करो,
कौन जाने,
कुछ ऐसा खोज लो,
जो ज़िन्दगी को जीने का मकसद बन जाये!

-शिखा जैन