
ज़िन्दगी खूबसूरत है!
निकल पड़ा हूँ राह मैं ,
खुले आस्मां की छाँव मैं ,
मंज़िल अपनी तो दूर है ,
हसीं सफर का सुरूर है।
जहा पंछी डाल डाल है
नदियाँ बेह रही खुशहाल है ,
ज़िन्दगी हर पल एक खूबसूरत सा ख्वाब है ,
इसे जीने का अपना अलग ही स्वाद है
ए ज़िन्दगी तू कितनी खूबसूरत है , ये कोई हमसे पूछे।
-शिखा जैन


